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Tuesday, October 9, 2012

गुरुजी...


                                                                     Thank You Very Much !!!

जब शिष्य था तो जाना, के गुरु का स्थान कहा होता है !
परन्तु जब स्वयं गुरु बना तो समझ पाया की गुरु की महिमा क्या होती है !!

चाहे इंसान कितना ही परफेक्ट हो ; उसे सही वक़्त पर, सही मार्गदर्शन देने के लिए,
गुरु की आवश्यकता होती हैं !!!


हर गुरु को कोटि कोटि धन्यवाद !

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